स्वाधीन

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‘स्वाधीन’ एक ऐसी पहल है जो आज़ादी की प्रतीक — खादी — के आर्थिक, सामाजिक और ऐतिहासिक पहलुओं को एक ही धागे में पिरोती है।

‘स्वाधीन’ का जन्म श्रीमती किरण बजाज की कल्पना से हुआ – एक ऐसा मंच बनाने की कल्पना से, जो जानकीदेवी बजाज जैसी स्वतंत्रता सेनानियों और स्वदेशी के लिए समर्पित कर्मयोगियों की निस्वार्थ निष्ठा को सामने लाए।

वह कहती हैं – “खादी से हर कोई लाभान्वित होता है। यह गरीब कपास किसानों और बुनकरों को रोज़गार और गरिमा देती है, देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करती है और हमें इस बहुगुणी वस्त्र पर गर्व का एहसास कराती है।”

उनका सपना है कि खादी फैशन, गृहसज्जा, परिधान, आभूषण और सॉफ्ट टॉयज़ के माध्यम से विश्व-बाज़ार तक पहुँचे। वह कहती हैं – “यह तभी संभव है जब हमारे डिज़ाइनर खादी को नई सृजनता और गुणवत्ता के प्रति निष्ठा के साथ आगे बढ़ाएँ।”

स्वाधीन
Swadheen

खादी को बढ़ावा देने के लिए कारीगरों और शिल्पकारों को जोड़ने के उद्देश्य से जनवरी 2024 में पहली बार ‘स्वाधीन’ प्रदर्शनी आयोजित की गई।

यह आयोजन अपने आप में अनोखा था। इसने ग्रामीण महिला उद्यमी के लिए आईएमसी लेडीज़ विंग जानकीदेवी बजाज पुरस्कार के 30 वर्ष पूरे होने का उत्सव भी मनाया। इस वर्ष यह सम्मान श्रीमती राजीबेन वनकर – Rajiben: Crafting a Better Planet की संस्थापक को प्रदान किया गया।

तीन दिवसीय इस प्रदर्शनी का संयोजन सुश्री सविता सूरी, वस्त्र-विरासत की शोधकर्ता, ने किया। इसमें जानकीदेवी बजाज के खादी प्रेम को श्रद्धांजलि दी गई और अनेक विशेषज्ञों के संवाद व व्याख्यान आयोजित हुए।

कारीगरों द्वारा संचालित संस्थाओं की प्रदर्शनी और बिक्री ने इस आयोजन को सार्थक उत्सव बना दिया।

वक्तव्य और संगोष्ठियाँ:

सुषमा वीरप्पा – उदानता ट्रस्ट https://kandu.in

वेंकट कृष्णा – अज़ूरी इंडिया / डिस्कवरिंग रूट्स https://discoveringroots.org

रविकिरण – मेटाफ़र रचा https://metaphorracha.com

परेश पटेल – रॉयल ब्रोकेड्स https://www.instagram.com/royal.brocades?igsh=c3Q2c2c5N3g2N3V0

वीना उपाध्याय – बुनकर बिहार https://srijanifoundation.com

डॉ. सुमनस कौलगी – जनपद सेवा ट्रस्ट https://janapadacollective.com

प्रदर्शनी और बिक्री में सहभागी:

मेटाफ़र रचा https://metaphorracha.com

तुला ऑर्गेनिक https://tula.org.in

कुल्वी व्हिम्स https://kullviwhims.com

डिस्कवरिंग रूट्स https://discoveringroots.org

बुनकर बिहार https://srijanifoundation.com

द चरखा https://thecharkha.com

अमोदा https://www.houseofamoda.com

मानस बाय मानस घोराई https://manasghorai.com

राजीबेन वनकर https://navchetana.org.in

लिटिल बी चैरिटेबल ट्रस्ट
 
मगनखादी, मगन संग्रहालय समिति, वर्धा

मारवाड़ इंडिया (जीवन-शैली और संस्कृति पर केंद्रित द्वैमासिक) ने मार्च–अप्रैल 2024 अंक में स्वाधीन की पहली प्रदर्शनी पर फीचर प्रकाशित किया। इसे यहाँ पढ़ें।   Swadheen – Capturing the Essence of Freedom

Swadheen

‘स्वाधीन’ के लोकार्पण समारोह में (बाएँ से दाएँ) श्री शेखर बजाज (अध्यक्ष - बजाज इलेक्ट्रिकल्स), श्रीमती अमृता सोमैया (अध्यक्ष - आई.एम.सी. लेडीज़ विंग), डॉ. फिरोजा जे. गोदरेज (अध्यक्ष - गोदरेज आर्काइव्स; परामर्शदाता - गोदरेज मैंग्रोव्स; संस्थापक - सिमरोज़ा आर्ट गैलरी), श्री प्रसून जोशी (सी.इ.ओ एवं चीफ़ क्रिएटिव ऑफिसर - मैक्कैन वर्ल्डग्रुप इंडिया), श्रीमती किरण बजाज, श्रीमती राधिका नाथ (अध्यक्ष – जानकीदेवी बजाज पुरस्कार समिति), श्रीमती सविता सूरी (क्यूरेटर – ‘स्वाधीन’), श्रीमती पूजा बजाज

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श्री शेखर बजाज (अध्यक्ष, बजाज इलेक्ट्रिकल्स) पुत्री गीतिका के साथ ‘सीचेंज’ स्टॉल पर

IMC प्रदर्शनी में 'स्वाधीन'

अक्टूबर 2024 में ‘स्वाधीन’ ने मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित आईएमसी लेडीज़ विंग प्रदर्शनी में खादी परिधान और आभूषणों का विशेष संग्रह प्रस्तुत किया।

यह आयोजन ‘सी चेंज कलेक्टिव’ – एक ऐसी संस्था जो समुद्री तटों से एकत्र कचरे को कला उत्पादों में बदलती है – की साझेदारी में हुआ। उनके उत्पाद भी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए।

इस सहयोग में अनुराधा तोशनिवाल, मालिनी मनसुखानी, रचना तोशनिवाल, प्रीति राठी मोटवानी, मीरा डबीर, दीपा सिंह, लहर मेहता, जबीन वासी, किरण चोपड़ा और नारी शक्ति समूह (नऊखर व बगदांदा (महाराष्ट्र) की महिला स्वयं सहायता समूह) शामिल थे।

Swadheen

श्री शेखर बजाज (अध्यक्ष, बजाज इलेक्ट्रिकल्स) एवं श्रीमती किरण बजाज ‘हाउस ऑफ अमोदा’ के युद्धवीरसिंह व आश्का जडेजा के साथ

'अमोदा'

अगस्त 2025 में ‘स्वाधीन’ ने अहमदाबाद के सामाजिक रूप से जागरूक उत्कर्ष डिज़ाइन ब्रांड ‘अमोदा’ के साथ साझेदारी कर एक नई पहल की।

इस आयोजन में ‘अमोदा’ ने पूरी तरह खादी का उपयोग किया। यह ब्रांड अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है और ग्रामीण कारीगरों की आवाज़ को मंच देता है।

‘अमोदा’ से युद्धवीरसिंह जडेजा और उनकी बहन आश्का जडेजा ने ‘स्वाधीन’ टीम के साथ मिलकर यह प्रस्तुति तैयार की।

Jankidevi Bajaj

‘स्वाधीन’ की क्यूरेटर सविता सूरी चरखे से सूत कातने की प्रक्रिया समझाती हुईं

ये तीनों आयोजन बजाज इलेक्ट्रिकल्स लि० (CSR) के सफलतापूर्वक प्रायोजन से संपन्न हुए।

यदि आप एक स्थापित या उभरते डिज़ाइनर हैं और ‘स्वाधीन’ के साथ काम करने में रुचि रखते हैं, तो कृपया श्री प्रसाद घाणेकर से संपर्क करें — prasad.ghanekar@bajajelectricals.com

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